दो लाख रूपए स्वीकृत फुटबॉल टूर्नामेंट के लिए
रायपुर, 29 नवंबर 2010 - राज्य शासन द्वारा नवभारत ट्रॉफी ऑल इंडिया फुटबॉल टूर्नामेंट प्रतियोगिता के आयोजन के लिए दो लाख रूपए अनुदान राशि स्वीकृत की गयी है। खेल और युवा कल्याण विभाग ने यहां मंत्रालय से 26 नवम्बर को स्वीकृति आदेश जारी कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि राजधानी रायपुर में नवभारत ट्रॉफी ऑल इंडिया फुटबॉल टूर्नामेंट प्रतियोगिता विगत 25 नवम्बर से चल रहा है, जो 05 दिसम्बर तक जारी रहेगा।
Monday, November 29, 2010
Friday, November 5, 2010
छत्तीसगढ़ दर्शन
'छत्तीसगढ़ दर्शन' का विमोचन मुख्यमंत्री द्वारा
रायपुर 04 नवम्बर 2010 - मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज सवेरे यहां रायपुर अपने निवास पर आम जनता से मुलाकात के साप्ताहिक जनदर्शन कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति, इतिहास और भौगोलिक विशेषताओं पर केन्द्रित पुस्तक 'छत्तीसगढ़ दर्शन' का विमोचन किया।
रायपुर छत्तीसगढ़ दर्शन इस पुस्तक में विभिन्न विषय विशेषज्ञों और रचनाकारों के 28 आलेख शामिल किए गए हैं। छत्तीसगढ़ दर्शन पुस्तक के प्रधान संपादक श्री ललित मिश्रा और संपादक डॉ. (श्रीमती) सरिता मिश्र हैं।
छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री को श्री ललित मिश्र ने पुस्तक की सौजन्य प्रति भेंट की। डॉ. सिंह ने छत्तीसगढ़ दर्शन पुस्तक के प्रकाशन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बधाई और शुभकामनाएं दी।
रायपुर 04 नवम्बर 2010 - मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज सवेरे यहां रायपुर अपने निवास पर आम जनता से मुलाकात के साप्ताहिक जनदर्शन कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति, इतिहास और भौगोलिक विशेषताओं पर केन्द्रित पुस्तक 'छत्तीसगढ़ दर्शन' का विमोचन किया।
रायपुर छत्तीसगढ़ दर्शन इस पुस्तक में विभिन्न विषय विशेषज्ञों और रचनाकारों के 28 आलेख शामिल किए गए हैं। छत्तीसगढ़ दर्शन पुस्तक के प्रधान संपादक श्री ललित मिश्रा और संपादक डॉ. (श्रीमती) सरिता मिश्र हैं।
छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री को श्री ललित मिश्र ने पुस्तक की सौजन्य प्रति भेंट की। डॉ. सिंह ने छत्तीसगढ़ दर्शन पुस्तक के प्रकाशन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बधाई और शुभकामनाएं दी।
Tuesday, November 2, 2010
रायपुर वीडियो कांफ्रेसिंग
रायपुर, दो नवंबर 2010 - वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज यहां मंत्रालय रायपुर में छत्तीसगढ़ प्रदेश के सभी चार संभागीय राजस्व आयुक्तों, 18 जिलों के कलेक्टरों, जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों की बैठक लेकर धान खरीदी सहित छत्तीसगढ़ ओलम्पिक 2010 की तैयारियों की समीक्षा की।
वीडियो कांफ्रेसिंग में छत्तीसगढ़ खेल और युवा कल्याण मंत्री सुश्री लता उसेण्डी, छत्तीसगढ़ प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव श्री पी. जॉय उम्मेन, छत्तीसगढ़ प्रमुख सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति श्री विवेक ढांड, छत्तीसगढ़ सचिव खेल एवं युवा कल्याण श्री सुब्रत साहू, छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कम्पनी के प्रबंध संचालक श्री सुबोध सिंह और संचालक खेल श्री जी.पी. सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।
वीडियो कांफ्रेसिंग हाईलाईट
धान खरीदी और छत्तीसगढ़ ओलम्पिक की तैयारियों की समीक्षा
इस माह की दस तारीख से जिलों में शुरू होगा ओलम्पिक का सिलसिला
राज्य स्तरीय ओलम्पिक दस दिसम्बर से 20 दिसम्बर तक
धान पर बोनस वितरण अप्रैल 2011 से
मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से ली कमिश्नरों-कलेक्टरों की बैठक
वीडियो कांफ्रेसिंग में डॉ. सिंह ने कहा कि राज्य स्थापना के दस वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में प्रदेश सरकार ने खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ ओलम्पिक 2010 के आयोजन का निर्णय लिया है। इसके अंतर्गत जिला स्तरीय खेलों का आयोजन दीपावली अवकाश समाप्त होने के बाद 10 नवम्बर से 20 नवम्बर तक पूर्ण कर लिया जाना चाहिए, ताकि आगे की तैयारियों को पूर्ण कर आगामी दस दिसम्बर से बीस दिसम्बर तक राजधानी रायपुर में राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं सम्पन्न की जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला स्तरीय खेलों के अलावा वातावरण निर्माण के लिए विकासखण्ड स्तर पर चार प्रमुख सामूहिक खेलों - खो-खो, कबड्डी, व्हालीबॉल और फुटबॉल का आयोजन भी किया जाए। छत्तीसगढ़ ओलम्पिक 2010 के लिए कुल 18 खेल चिन्हांकित किए गए हैं, जिनमें सामूहिक खेलों के अंतर्गत बास्केट बॉल, फुटबॉल, हैण्डबॉल, हॉकी, कबड्डी, खो-खो, नेटबॉल, व्हालीबॉल, सॉफ्टबॉल और थ्रो-बॉल और व्यक्तिगत खेलों में तैराकी, तीरदांजी, एथलेटिक्स, बॉक्सिंग, कराटे, भारोत्तोलन, कुश्ती और जुडो शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक जिले को इस आयोजन के लिए खेल और युवा कल्याण विभाग से लगभग साढ़े सात लाख रूपए का आवंटन दिया जा रहा है। शेष व्यवस्था स्थानीय स्तर पर जन-भागीदारी से और प्रायोजकों का सहयोग लेकर की जा सकती है।
उन्होंने वीडियो कांफ्रेसिंग में अधिकारियों से कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की दसवीं वर्षगांठ पर कल एक नवम्बर को प्रदेश के किसानों के लिए धान पर प्रति क्विंटल 50 रूपए के बोनस की घोषणा कर दी गयी है। धान खरीदी की व्यवस्था भी प्रदेश की सभी एक हजार 333 प्राथमिक सहकारी समितियों के एक 587 उपार्जन केन्द्रों में कर दी गयी है और कई केन्द्रों में आवक भी शुरू हो गयी है। खरीदी कार्य आगामी करीब साढ़े तीन माह में पूर्ण होने के बाद बोनस वितरण नए वित्तीय वर्ष 2011-12 में एक अप्रैल 2011 से शुरू कर दिया जाएगा। डॉ. रमन सिंह ने सभी कलेक्टरों से खरीदी के लिए किए गए प्रबंधों की जानकारी ली।
वीडियो कांफ्रेसिंग में उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि सभी जिलों में बेहतर प्रबंध किए गए है और पूर्व में दिए गए निर्देशों के अनुसार उपार्जन केन्द्रों में धान के बेहतर रख-रखाव के लिए विभिन्न शासकीय योजनाओं की राशि से प्लेटफार्म भी बनवाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने खरीदे जाने वाले धान को अचानक होने वाली बारिश से बचाने के लिए भी हर संभव उपाय करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस वर्ष अच्छे मानसून और खरीफ में धान की अच्छी पैदावार को देखते हुए प्रदेश भर में 50 लाख मीटरिक टन से ज्यादा धान खरीदने का लक्ष्य है। पिछले साल के 44 लाख टन के मुकाबले इस बार दस प्रतिशत ज्यादा धान की आवक अनुमानित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक बड़ी चुनौती भी है, लेकिन बेहतर प्रबंधन के जरिए हम इस लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।
खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव श्री विवेक ढांड ने वीडियो कांफ्रेसिंग के अवसर पर बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य में धान खरीदी का कार्य इस वर्ष दीपावली को ध्यान में रखकर एक नवम्बर से शुरू कर दिया गया है। प्रथम दिवस पर कल एक नवम्बर को आठ जिलों - रायपुर, महासमुंद, धमतरी, दुर्ग, राजनांदगांव, रायगढ़, बस्तर (जगदलपुर) और बिलासपुर के कुल 309 उपार्जन केन्द्रों में लगभग चार करोड़ रूपए के चार हजार 096 मीटरिक टन धान की आवक दर्ज की गयी है। अब तक एक हजार से अधिक समितियों को धान की आर्द्रता जांचने के लिए आर्द्रता मापक उपकरण दिए जा चुके हैं। किसानों से भी अपील की जा रही है कि वे धान सूखा कर लाएं। सभी केन्द्रों में चेक से तुरंत भुगतान की व्यवस्था भी की जा चुकी है। प्रत्येक उपार्जन केन्द्र में धान की ढेरी लगाकर उसे बोरे में भरने के निर्देश दिए गए हैं। प्रत्येक बोरे में मार्कफेड की सील लगी होगी और उस पर संबंधित सहकारी समिति का नाम क्रमांक और धान की किस्म का भी उल्लेख रहेगा। यह भी व्यवस्था की जा रही है कि समितियों के उपार्जन केन्द्रों से धान कस्टम मिलिंग के लिए सीधे अधिकृत राइस मिलों द्वारा प्राप्त कर लिया जाए।
मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के सभी अधिकारियों को वीडियो कांफ्रेसिंग में छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की दसवीं वर्षगांठ पर राज्योत्सव 2010 के कार्यक्रमों के सफल आयोजन के लिए बधाई देते हुए इनमें उत्साहजनक भागीदारी पर सभी जिलों के नागरिकों के प्रति आभार व्यक्त किया।
वीडियो कांफ्रेसिंग में छत्तीसगढ़ खेल और युवा कल्याण मंत्री सुश्री लता उसेण्डी, छत्तीसगढ़ प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव श्री पी. जॉय उम्मेन, छत्तीसगढ़ प्रमुख सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति श्री विवेक ढांड, छत्तीसगढ़ सचिव खेल एवं युवा कल्याण श्री सुब्रत साहू, छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कम्पनी के प्रबंध संचालक श्री सुबोध सिंह और संचालक खेल श्री जी.पी. सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।
वीडियो कांफ्रेसिंग हाईलाईट
धान खरीदी और छत्तीसगढ़ ओलम्पिक की तैयारियों की समीक्षा
इस माह की दस तारीख से जिलों में शुरू होगा ओलम्पिक का सिलसिला
राज्य स्तरीय ओलम्पिक दस दिसम्बर से 20 दिसम्बर तक
धान पर बोनस वितरण अप्रैल 2011 से
मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से ली कमिश्नरों-कलेक्टरों की बैठक
वीडियो कांफ्रेसिंग में डॉ. सिंह ने कहा कि राज्य स्थापना के दस वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में प्रदेश सरकार ने खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ ओलम्पिक 2010 के आयोजन का निर्णय लिया है। इसके अंतर्गत जिला स्तरीय खेलों का आयोजन दीपावली अवकाश समाप्त होने के बाद 10 नवम्बर से 20 नवम्बर तक पूर्ण कर लिया जाना चाहिए, ताकि आगे की तैयारियों को पूर्ण कर आगामी दस दिसम्बर से बीस दिसम्बर तक राजधानी रायपुर में राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं सम्पन्न की जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला स्तरीय खेलों के अलावा वातावरण निर्माण के लिए विकासखण्ड स्तर पर चार प्रमुख सामूहिक खेलों - खो-खो, कबड्डी, व्हालीबॉल और फुटबॉल का आयोजन भी किया जाए। छत्तीसगढ़ ओलम्पिक 2010 के लिए कुल 18 खेल चिन्हांकित किए गए हैं, जिनमें सामूहिक खेलों के अंतर्गत बास्केट बॉल, फुटबॉल, हैण्डबॉल, हॉकी, कबड्डी, खो-खो, नेटबॉल, व्हालीबॉल, सॉफ्टबॉल और थ्रो-बॉल और व्यक्तिगत खेलों में तैराकी, तीरदांजी, एथलेटिक्स, बॉक्सिंग, कराटे, भारोत्तोलन, कुश्ती और जुडो शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक जिले को इस आयोजन के लिए खेल और युवा कल्याण विभाग से लगभग साढ़े सात लाख रूपए का आवंटन दिया जा रहा है। शेष व्यवस्था स्थानीय स्तर पर जन-भागीदारी से और प्रायोजकों का सहयोग लेकर की जा सकती है।
उन्होंने वीडियो कांफ्रेसिंग में अधिकारियों से कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की दसवीं वर्षगांठ पर कल एक नवम्बर को प्रदेश के किसानों के लिए धान पर प्रति क्विंटल 50 रूपए के बोनस की घोषणा कर दी गयी है। धान खरीदी की व्यवस्था भी प्रदेश की सभी एक हजार 333 प्राथमिक सहकारी समितियों के एक 587 उपार्जन केन्द्रों में कर दी गयी है और कई केन्द्रों में आवक भी शुरू हो गयी है। खरीदी कार्य आगामी करीब साढ़े तीन माह में पूर्ण होने के बाद बोनस वितरण नए वित्तीय वर्ष 2011-12 में एक अप्रैल 2011 से शुरू कर दिया जाएगा। डॉ. रमन सिंह ने सभी कलेक्टरों से खरीदी के लिए किए गए प्रबंधों की जानकारी ली।
वीडियो कांफ्रेसिंग में उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि सभी जिलों में बेहतर प्रबंध किए गए है और पूर्व में दिए गए निर्देशों के अनुसार उपार्जन केन्द्रों में धान के बेहतर रख-रखाव के लिए विभिन्न शासकीय योजनाओं की राशि से प्लेटफार्म भी बनवाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने खरीदे जाने वाले धान को अचानक होने वाली बारिश से बचाने के लिए भी हर संभव उपाय करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस वर्ष अच्छे मानसून और खरीफ में धान की अच्छी पैदावार को देखते हुए प्रदेश भर में 50 लाख मीटरिक टन से ज्यादा धान खरीदने का लक्ष्य है। पिछले साल के 44 लाख टन के मुकाबले इस बार दस प्रतिशत ज्यादा धान की आवक अनुमानित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक बड़ी चुनौती भी है, लेकिन बेहतर प्रबंधन के जरिए हम इस लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।
खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव श्री विवेक ढांड ने वीडियो कांफ्रेसिंग के अवसर पर बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य में धान खरीदी का कार्य इस वर्ष दीपावली को ध्यान में रखकर एक नवम्बर से शुरू कर दिया गया है। प्रथम दिवस पर कल एक नवम्बर को आठ जिलों - रायपुर, महासमुंद, धमतरी, दुर्ग, राजनांदगांव, रायगढ़, बस्तर (जगदलपुर) और बिलासपुर के कुल 309 उपार्जन केन्द्रों में लगभग चार करोड़ रूपए के चार हजार 096 मीटरिक टन धान की आवक दर्ज की गयी है। अब तक एक हजार से अधिक समितियों को धान की आर्द्रता जांचने के लिए आर्द्रता मापक उपकरण दिए जा चुके हैं। किसानों से भी अपील की जा रही है कि वे धान सूखा कर लाएं। सभी केन्द्रों में चेक से तुरंत भुगतान की व्यवस्था भी की जा चुकी है। प्रत्येक उपार्जन केन्द्र में धान की ढेरी लगाकर उसे बोरे में भरने के निर्देश दिए गए हैं। प्रत्येक बोरे में मार्कफेड की सील लगी होगी और उस पर संबंधित सहकारी समिति का नाम क्रमांक और धान की किस्म का भी उल्लेख रहेगा। यह भी व्यवस्था की जा रही है कि समितियों के उपार्जन केन्द्रों से धान कस्टम मिलिंग के लिए सीधे अधिकृत राइस मिलों द्वारा प्राप्त कर लिया जाए।
मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के सभी अधिकारियों को वीडियो कांफ्रेसिंग में छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की दसवीं वर्षगांठ पर राज्योत्सव 2010 के कार्यक्रमों के सफल आयोजन के लिए बधाई देते हुए इनमें उत्साहजनक भागीदारी पर सभी जिलों के नागरिकों के प्रति आभार व्यक्त किया।
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