Sunday, December 19, 2010

मातृत्व स्वास्थ्य सेवा सम्मेलन

रायपुर में राज्यपाल श्री शेखर दत्त ने छत्तीसगढ़ चेप्टर ऑफ इंडियन सोसायटी फॉर असिस्टेड रिप्रोडक्शन द्वारा 'प्रेक्टिकल एप्रोच टू इनफर्टिलिटि मैनेजमेंट' विषय पर आयोजित क्षेत्रीय सम्मेलन का शुभारंभ किया।

राज्यपाल श्री शेखर दत्त ने मातृत्व स्वास्थ्य सेवा सम्मेलन उद्बोधन में कहा कि महिलाओं के जीवन में मातृत्व एक सुखद अनुभूति है। बच्चे नहीं होने की समस्या एक चिन्ताजनक समस्या है। नि:संतान होने की इस कमी को दूर किये जाने का विचार एवं इस दिशा में छत्तीसगढ़ चेप्टर ऑफ इंडियन सोसायटी फॉर असिस्टेड रिप्रोडक्शन रायपुर द्वारा किये जा रहे प्रयास सराहनीय है।

हमारे देश में मातृत्व मृत्यु दर अधिक है। हमें इसे दूर करने के लिए मातृत्व स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने जनसामान्य को विश्वसनीय एवं सुरक्षित स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने पर जोर दिया।

मातृत्व स्वास्थ्य सेवा सम्मेलन में पहले राज्यपाल श्री शेखर दत्त ने दीप प्रज्ज्वलित कर रायपुर में कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

श्री दत्त ने कहा कि हमारे चिकित्सकों को आधुनिक ज्ञान एवं अनुसंधानों से लैस होना होगा। उनका दायित्व है कि वे महिलाओं के मातृत्व को ध्यान में रखते हुए चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायें ताकि वे मातृत्व सुख प्राप्त कर सकें। साथ ही मातृत्व के दौरान उन्हें विशेष स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराना होगा। हमें भाग्य पर निर्भरता समाप्त करनी होगी और इस दिशा में सकारात्मक एवं सफल प्रयास करने होंगे। उन्होंने चिकित्सा की अन्य अनुशासनात्मक प्रणालियों एवं प्रक्रियाओं का लाभ लेकर जनसामान्य को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने पर बल दिया।


मातृत्व स्वास्थ्य सेवा सम्मेलन अवसर पर छत्तीसगढ़ चेप्टर ऑफ इंडियन सोसायटी फॉर असिस्टेड रिप्रोडक्शन रायपुर अध्यक्ष डॉ. धीरज गडा ने कहा कि विज्ञान बड़ी तेजी से बढ़ रहा है और चिकित्सा जगत में हो रहे बदलावों को अपनाने की आवश्यकता है ताकि देश इस क्षेत्र में पीछे नहीं रहे। उन्होंने कहा कि संस्था का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की पहचान बनाने, परखनली के माध्यम से संतानोत्पत्ति की प्रक्रिया को कम लागत पर उपलब्ध कराना तथा इससे संबंधित चिकित्सा केंद्रों को देश के शहरों से छोटे शहरों में भी उपलब्ध कराना है।

डॉ. राजेश शर्मा ने छत्तीसगढ़ चेप्टर ऑफ इंडियन सोसायटी के चेयरपर्सन डॉ. ए. सुरेश कुमार के प्रयासों की सराहना की और कहा कि यहां हो रहे चिकित्सकीय अनुसंधानों से अन्य चिकित्सक भी सीख सकते हैं। छत्तीसगढ़ चेप्टर ऑफ इंडियन सोसायटी के चेयरपर्सन डॉ. ए. सुरेश कुमार ने संस्था की स्थापना एवं उसके उद्देश्यों पर प्रकाश डाला और बताया कि संस्था प्रदेश में बेहतर स्तर की सेवाएं उपलब्ध करा रही है।


मातृत्व स्वास्थ्य सेवा सम्मेलन में छत्तीसगढ़ चेप्टर ऑफ इंडियन सोसायटी के संस्थापक चिकित्सक डॉ. एम.एन. पारीख, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. तृप्ति नागरिया, श्रीमती डॉ. आर.बी. अग्रवाल सहित अन्य चिकित्सगण उपस्थित थे।

Saturday, December 18, 2010

लोक कला महोत्सव

गुरू घासीदास लोक कला महोत्सव 20-21 दिसम्बर को राजधानी रायपुर में
एक लाख रुपए का पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ लोककला दल को मिलेगा
राजधानी रायपुर के टिकरापारा स्थित गोंडवाना समाज भवन में इस माह दिसम्बर 2010 की 20 और 21 तारीख को दो दिवसीय राज्य स्तरीय गुरू घासीदास लोक कला महोत्सव का आयोजन छत्‍तीसगढ़ सरकार के आदिम जाति और अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा किया जाएगा ।

गुरू घासीदास लोक कला महोत्सव में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान हासिल करने वाली लोककला दलों को छत्‍तीसगढ़ राज्य शासन की ओर से क्रमश: एक लाख रुपए, 75 हजार रुपए और 50 हजार रुपए की राशि से सम्मानित किया जाएगा ।

लोक कला महोत्सव समारोह का शुभारंभ 20 दिसम्बर को पूर्वान्ह 11 बजे प्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के मंत्री और जिले के प्रभारी श्री पुन्नूलाल मोहले करेंगे ।

आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप गुरू घासीदास लोक कला महोत्सव कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे।

विशिष्ट अतिथि के रूप में यहां संसदीय सचिव श्री महेश गागड़ा और राजमहंत श्री सत्यनारायण सोनवानी उपस्थित रहेंगे।

छत्‍तीसगढ़ अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों की पारंपरिक लोक कला जैसे लोक गीत, लोक गायन, लोक नृत्य- पंथी नृत्य, पंडवानी, भरथरी आदि कलाकारों की प्रतिभा को पहचान दिलाने और उन्हें सम्मानित करने के लिए प्रति वर्ष गुरू घासीदास लोक कला का महोत्सव आयोजित किया जाता है। इस समारोह में प्रदेश के सभी जिलों से आए दो-दो प्रतिभागी दल शामिल होंगे, जिनके मध्य प्रतियोगिता होगी। प्रतियोगिता में प्रदर्शन के आधार पर प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान हासिल करने वाले दलों को नगद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

लोक कला महोत्सव प्रथम स्थान हासिल करने वाले प्रतिभागी दल को एक लाख रुपए, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले को 75 हजार रुपए और तृतीय स्थान वाले दल को 50 हजार रुपए नगद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएग। इसके अलावा समारोह में शामिल सभी प्रतिभागी दलों को प्रोत्साहन राशि भी दिया जाएगा।

समारोह लोक कला महोत्सव का समापन और पुरस्कार वितरण दूसरे दिन 21 दिसम्बर को अपरान्ह तीन बजे उद्योग मंत्री श्री दयालदास बघेल के मुख्य आतिथ्य और श्री डोमनलाल कोर्सेवाड़ा, उपाध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जाति आयोग की अध्यक्षता में संपन्न होगा। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में संसदीय सचिव श्री महेश गागड़ा और राजमहंत श्री सत्यनारायण सोनवानी भी उपस्थित रहेंगे।

Monday, November 29, 2010

फुटबॉल टूर्नामेंट

दो लाख रूपए स्वीकृत फुटबॉल टूर्नामेंट के लिए

रायपुर, 29 नवंबर 2010 - राज्य शासन द्वारा नवभारत ट्रॉफी ऑल इंडिया फुटबॉल टूर्नामेंट प्रतियोगिता के आयोजन के लिए दो लाख रूपए अनुदान राशि स्वीकृत की गयी है। खेल और युवा कल्याण विभाग ने यहां मंत्रालय से 26 नवम्बर को स्वीकृति आदेश जारी कर दिया है।

उल्लेखनीय है कि राजधानी रायपुर में नवभारत ट्रॉफी ऑल इंडिया फुटबॉल टूर्नामेंट प्रतियोगिता विगत 25 नवम्बर से चल रहा है, जो 05 दिसम्बर तक जारी रहेगा।

Friday, November 5, 2010

छत्तीसगढ़ दर्शन

'छत्तीसगढ़ दर्शन' का विमोचन मुख्यमंत्री द्वारा

रायपुर 04 नवम्बर 2010 - मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज सवेरे यहां रायपुर अपने निवास पर आम जनता से मुलाकात के साप्ताहिक जनदर्शन कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति, इतिहास और भौगोलिक विशेषताओं पर केन्द्रित पुस्तक 'छत्तीसगढ़ दर्शन' का विमोचन किया।

रायपुर छत्तीसगढ़ दर्शन इस पुस्तक में विभिन्न विषय विशेषज्ञों और रचनाकारों के 28 आलेख शामिल किए गए हैं। छत्तीसगढ़ दर्शन पुस्तक के प्रधान संपादक श्री ललित मिश्रा और संपादक डॉ. (श्रीमती) सरिता मिश्र हैं।

छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री को श्री ललित मिश्र ने पुस्तक की सौजन्य प्रति भेंट की। डॉ. सिंह ने छत्तीसगढ़ दर्शन पुस्तक के प्रकाशन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बधाई और शुभकामनाएं दी।
Chhattisgarh Darshan Vimochan

Tuesday, November 2, 2010

रायपुर वीडियो कांफ्रेसिंग

रायपुर, दो नवंबर 2010 - वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज यहां मंत्रालय रायपुर में छत्‍तीसगढ़ प्रदेश के सभी चार संभागीय राजस्व आयुक्तों, 18 जिलों के कलेक्टरों, जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों की बैठक लेकर धान खरीदी सहित छत्तीसगढ़ ओलम्पिक 2010 की तैयारियों की समीक्षा की।

वीडियो कांफ्रेसिंग में छत्‍तीसगढ़ खेल और युवा कल्याण मंत्री सुश्री लता उसेण्डी, छत्‍तीसगढ़ प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव श्री पी. जॉय उम्मेन, छत्‍तीसगढ़ प्रमुख सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति श्री विवेक ढांड, छत्‍तीसगढ़ सचिव खेल एवं युवा कल्याण श्री सुब्रत साहू, छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कम्पनी के प्रबंध संचालक श्री सुबोध सिंह और संचालक खेल श्री जी.पी. सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।

वीडियो कांफ्रेसिंग हाईलाईट
धान खरीदी और छत्तीसगढ़ ओलम्पिक की तैयारियों की समीक्षा
इस माह की दस तारीख से जिलों में शुरू होगा ओलम्पिक का सिलसिला
राज्य स्तरीय ओलम्पिक दस दिसम्बर से 20 दिसम्बर तक
धान पर बोनस वितरण अप्रैल 2011 से
मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से ली कमिश्नरों-कलेक्टरों की बैठक


वीडियो कांफ्रेसिंग में डॉ. सिंह ने कहा कि राज्य स्थापना के दस वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में प्रदेश सरकार ने खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ ओलम्पिक 2010 के आयोजन का निर्णय लिया है। इसके अंतर्गत जिला स्तरीय खेलों का आयोजन दीपावली अवकाश समाप्त होने के बाद 10 नवम्बर से 20 नवम्बर तक पूर्ण कर लिया जाना चाहिए, ताकि आगे की तैयारियों को पूर्ण कर आगामी दस दिसम्बर से बीस दिसम्बर तक राजधानी रायपुर में राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं सम्पन्न की जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला स्तरीय खेलों के अलावा वातावरण निर्माण के लिए विकासखण्ड स्तर पर चार प्रमुख सामूहिक खेलों - खो-खो, कबड्डी, व्हालीबॉल और फुटबॉल का आयोजन भी किया जाए। छत्तीसगढ़ ओलम्पिक 2010 के लिए कुल 18 खेल चिन्हांकित किए गए हैं, जिनमें सामूहिक खेलों के अंतर्गत बास्केट बॉल, फुटबॉल, हैण्डबॉल, हॉकी, कबड्डी, खो-खो, नेटबॉल, व्हालीबॉल, सॉफ्टबॉल और थ्रो-बॉल और व्यक्तिगत खेलों में तैराकी, तीरदांजी, एथलेटिक्स, बॉक्सिंग, कराटे, भारोत्तोलन, कुश्ती और जुडो शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक जिले को इस आयोजन के लिए खेल और युवा कल्याण विभाग से लगभग साढ़े सात लाख रूपए का आवंटन दिया जा रहा है। शेष व्यवस्था स्थानीय स्तर पर जन-भागीदारी से और प्रायोजकों का सहयोग लेकर की जा सकती है।

उन्होंने वीडियो कांफ्रेसिंग में अधिकारियों से कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की दसवीं वर्षगांठ पर कल एक नवम्बर को प्रदेश के किसानों के लिए धान पर प्रति क्विंटल 50 रूपए के बोनस की घोषणा कर दी गयी है। धान खरीदी की व्यवस्था भी प्रदेश की सभी एक हजार 333 प्राथमिक सहकारी समितियों के एक 587 उपार्जन केन्द्रों में कर दी गयी है और कई केन्द्रों में आवक भी शुरू हो गयी है। खरीदी कार्य आगामी करीब साढ़े तीन माह में पूर्ण होने के बाद बोनस वितरण नए वित्तीय वर्ष 2011-12 में एक अप्रैल 2011 से शुरू कर दिया जाएगा। डॉ. रमन सिंह ने सभी कलेक्टरों से खरीदी के लिए किए गए प्रबंधों की जानकारी ली।

वीडियो कांफ्रेसिंग में उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि सभी जिलों में बेहतर प्रबंध किए गए है और पूर्व में दिए गए निर्देशों के अनुसार उपार्जन केन्द्रों में धान के बेहतर रख-रखाव के लिए विभिन्न शासकीय योजनाओं की राशि से प्लेटफार्म भी बनवाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने खरीदे जाने वाले धान को अचानक होने वाली बारिश से बचाने के लिए भी हर संभव उपाय करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस वर्ष अच्छे मानसून और खरीफ में धान की अच्छी पैदावार को देखते हुए प्रदेश भर में 50 लाख मीटरिक टन से ज्यादा धान खरीदने का लक्ष्य है। पिछले साल के 44 लाख टन के मुकाबले इस बार दस प्रतिशत ज्यादा धान की आवक अनुमानित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक बड़ी चुनौती भी है, लेकिन बेहतर प्रबंधन के जरिए हम इस लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।

खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव श्री विवेक ढांड ने वीडियो कांफ्रेसिंग के अवसर पर बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य में धान खरीदी का कार्य इस वर्ष दीपावली को ध्यान में रखकर एक नवम्बर से शुरू कर दिया गया है। प्रथम दिवस पर कल एक नवम्बर को आठ जिलों - रायपुर, महासमुंद, धमतरी, दुर्ग, राजनांदगांव, रायगढ़, बस्तर (जगदलपुर) और बिलासपुर के कुल 309 उपार्जन केन्द्रों में लगभग चार करोड़ रूपए के चार हजार 096 मीटरिक टन धान की आवक दर्ज की गयी है। अब तक एक हजार से अधिक समितियों को धान की आर्द्रता जांचने के लिए आर्द्रता मापक उपकरण दिए जा चुके हैं। किसानों से भी अपील की जा रही है कि वे धान सूखा कर लाएं। सभी केन्द्रों में चेक से तुरंत भुगतान की व्यवस्था भी की जा चुकी है। प्रत्येक उपार्जन केन्द्र में धान की ढेरी लगाकर उसे बोरे में भरने के निर्देश दिए गए हैं। प्रत्येक बोरे में मार्कफेड की सील लगी होगी और उस पर संबंधित सहकारी समिति का नाम क्रमांक और धान की किस्म का भी उल्लेख रहेगा। यह भी व्यवस्था की जा रही है कि समितियों के उपार्जन केन्द्रों से धान कस्टम मिलिंग के लिए सीधे अधिकृत राइस मिलों द्वारा प्राप्त कर लिया जाए।

मुख्यमंत्री ने छत्‍तीसगढ़ के सभी अधिकारियों को वीडियो कांफ्रेसिंग में छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की दसवीं वर्षगांठ पर राज्योत्सव 2010 के कार्यक्रमों के सफल आयोजन के लिए बधाई देते हुए इनमें उत्साहजनक भागीदारी पर सभी जिलों के नागरिकों के प्रति आभार व्यक्त किया।

Friday, October 22, 2010

Raipur Rocks

Hi Raipur, Salute to Sir Paul McCartney Less Meat = Less Heat equation, He the king of Rock, The legendery Rock Band Raipur Rocks must see and watch and folllow -


Rocks Calling Raipurians come and join me !