रायपुर में राज्यपाल श्री शेखर दत्त ने छत्तीसगढ़ चेप्टर ऑफ इंडियन सोसायटी फॉर असिस्टेड रिप्रोडक्शन द्वारा 'प्रेक्टिकल एप्रोच टू इनफर्टिलिटि मैनेजमेंट' विषय पर आयोजित क्षेत्रीय सम्मेलन का शुभारंभ किया।
राज्यपाल श्री शेखर दत्त ने मातृत्व स्वास्थ्य सेवा सम्मेलन उद्बोधन में कहा कि महिलाओं के जीवन में मातृत्व एक सुखद अनुभूति है। बच्चे नहीं होने की समस्या एक चिन्ताजनक समस्या है। नि:संतान होने की इस कमी को दूर किये जाने का विचार एवं इस दिशा में छत्तीसगढ़ चेप्टर ऑफ इंडियन सोसायटी फॉर असिस्टेड रिप्रोडक्शन रायपुर द्वारा किये जा रहे प्रयास सराहनीय है।
हमारे देश में मातृत्व मृत्यु दर अधिक है। हमें इसे दूर करने के लिए मातृत्व स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने जनसामान्य को विश्वसनीय एवं सुरक्षित स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने पर जोर दिया।
मातृत्व स्वास्थ्य सेवा सम्मेलन में पहले राज्यपाल श्री शेखर दत्त ने दीप प्रज्ज्वलित कर रायपुर में कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
श्री दत्त ने कहा कि हमारे चिकित्सकों को आधुनिक ज्ञान एवं अनुसंधानों से लैस होना होगा। उनका दायित्व है कि वे महिलाओं के मातृत्व को ध्यान में रखते हुए चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायें ताकि वे मातृत्व सुख प्राप्त कर सकें। साथ ही मातृत्व के दौरान उन्हें विशेष स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराना होगा। हमें भाग्य पर निर्भरता समाप्त करनी होगी और इस दिशा में सकारात्मक एवं सफल प्रयास करने होंगे। उन्होंने चिकित्सा की अन्य अनुशासनात्मक प्रणालियों एवं प्रक्रियाओं का लाभ लेकर जनसामान्य को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने पर बल दिया।
मातृत्व स्वास्थ्य सेवा सम्मेलन अवसर पर छत्तीसगढ़ चेप्टर ऑफ इंडियन सोसायटी फॉर असिस्टेड रिप्रोडक्शन रायपुर अध्यक्ष डॉ. धीरज गडा ने कहा कि विज्ञान बड़ी तेजी से बढ़ रहा है और चिकित्सा जगत में हो रहे बदलावों को अपनाने की आवश्यकता है ताकि देश इस क्षेत्र में पीछे नहीं रहे। उन्होंने कहा कि संस्था का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की पहचान बनाने, परखनली के माध्यम से संतानोत्पत्ति की प्रक्रिया को कम लागत पर उपलब्ध कराना तथा इससे संबंधित चिकित्सा केंद्रों को देश के शहरों से छोटे शहरों में भी उपलब्ध कराना है।
डॉ. राजेश शर्मा ने छत्तीसगढ़ चेप्टर ऑफ इंडियन सोसायटी के चेयरपर्सन डॉ. ए. सुरेश कुमार के प्रयासों की सराहना की और कहा कि यहां हो रहे चिकित्सकीय अनुसंधानों से अन्य चिकित्सक भी सीख सकते हैं। छत्तीसगढ़ चेप्टर ऑफ इंडियन सोसायटी के चेयरपर्सन डॉ. ए. सुरेश कुमार ने संस्था की स्थापना एवं उसके उद्देश्यों पर प्रकाश डाला और बताया कि संस्था प्रदेश में बेहतर स्तर की सेवाएं उपलब्ध करा रही है।
मातृत्व स्वास्थ्य सेवा सम्मेलन में छत्तीसगढ़ चेप्टर ऑफ इंडियन सोसायटी के संस्थापक चिकित्सक डॉ. एम.एन. पारीख, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. तृप्ति नागरिया, श्रीमती डॉ. आर.बी. अग्रवाल सहित अन्य चिकित्सगण उपस्थित थे।
Sunday, December 19, 2010
Saturday, December 18, 2010
लोक कला महोत्सव
गुरू घासीदास लोक कला महोत्सव 20-21 दिसम्बर को राजधानी रायपुर में
एक लाख रुपए का पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ लोककला दल को मिलेगा
राजधानी रायपुर के टिकरापारा स्थित गोंडवाना समाज भवन में इस माह दिसम्बर 2010 की 20 और 21 तारीख को दो दिवसीय राज्य स्तरीय गुरू घासीदास लोक कला महोत्सव का आयोजन छत्तीसगढ़ सरकार के आदिम जाति और अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा किया जाएगा ।
गुरू घासीदास लोक कला महोत्सव में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान हासिल करने वाली लोककला दलों को छत्तीसगढ़ राज्य शासन की ओर से क्रमश: एक लाख रुपए, 75 हजार रुपए और 50 हजार रुपए की राशि से सम्मानित किया जाएगा ।
लोक कला महोत्सव समारोह का शुभारंभ 20 दिसम्बर को पूर्वान्ह 11 बजे प्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के मंत्री और जिले के प्रभारी श्री पुन्नूलाल मोहले करेंगे ।
आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप गुरू घासीदास लोक कला महोत्सव कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे।
विशिष्ट अतिथि के रूप में यहां संसदीय सचिव श्री महेश गागड़ा और राजमहंत श्री सत्यनारायण सोनवानी उपस्थित रहेंगे।
छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों की पारंपरिक लोक कला जैसे लोक गीत, लोक गायन, लोक नृत्य- पंथी नृत्य, पंडवानी, भरथरी आदि कलाकारों की प्रतिभा को पहचान दिलाने और उन्हें सम्मानित करने के लिए प्रति वर्ष गुरू घासीदास लोक कला का महोत्सव आयोजित किया जाता है। इस समारोह में प्रदेश के सभी जिलों से आए दो-दो प्रतिभागी दल शामिल होंगे, जिनके मध्य प्रतियोगिता होगी। प्रतियोगिता में प्रदर्शन के आधार पर प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान हासिल करने वाले दलों को नगद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
लोक कला महोत्सव प्रथम स्थान हासिल करने वाले प्रतिभागी दल को एक लाख रुपए, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले को 75 हजार रुपए और तृतीय स्थान वाले दल को 50 हजार रुपए नगद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएग। इसके अलावा समारोह में शामिल सभी प्रतिभागी दलों को प्रोत्साहन राशि भी दिया जाएगा।
समारोह लोक कला महोत्सव का समापन और पुरस्कार वितरण दूसरे दिन 21 दिसम्बर को अपरान्ह तीन बजे उद्योग मंत्री श्री दयालदास बघेल के मुख्य आतिथ्य और श्री डोमनलाल कोर्सेवाड़ा, उपाध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जाति आयोग की अध्यक्षता में संपन्न होगा। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में संसदीय सचिव श्री महेश गागड़ा और राजमहंत श्री सत्यनारायण सोनवानी भी उपस्थित रहेंगे।
एक लाख रुपए का पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ लोककला दल को मिलेगा
राजधानी रायपुर के टिकरापारा स्थित गोंडवाना समाज भवन में इस माह दिसम्बर 2010 की 20 और 21 तारीख को दो दिवसीय राज्य स्तरीय गुरू घासीदास लोक कला महोत्सव का आयोजन छत्तीसगढ़ सरकार के आदिम जाति और अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा किया जाएगा ।
गुरू घासीदास लोक कला महोत्सव में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान हासिल करने वाली लोककला दलों को छत्तीसगढ़ राज्य शासन की ओर से क्रमश: एक लाख रुपए, 75 हजार रुपए और 50 हजार रुपए की राशि से सम्मानित किया जाएगा ।
लोक कला महोत्सव समारोह का शुभारंभ 20 दिसम्बर को पूर्वान्ह 11 बजे प्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के मंत्री और जिले के प्रभारी श्री पुन्नूलाल मोहले करेंगे ।
आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप गुरू घासीदास लोक कला महोत्सव कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे।
विशिष्ट अतिथि के रूप में यहां संसदीय सचिव श्री महेश गागड़ा और राजमहंत श्री सत्यनारायण सोनवानी उपस्थित रहेंगे।
छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों की पारंपरिक लोक कला जैसे लोक गीत, लोक गायन, लोक नृत्य- पंथी नृत्य, पंडवानी, भरथरी आदि कलाकारों की प्रतिभा को पहचान दिलाने और उन्हें सम्मानित करने के लिए प्रति वर्ष गुरू घासीदास लोक कला का महोत्सव आयोजित किया जाता है। इस समारोह में प्रदेश के सभी जिलों से आए दो-दो प्रतिभागी दल शामिल होंगे, जिनके मध्य प्रतियोगिता होगी। प्रतियोगिता में प्रदर्शन के आधार पर प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान हासिल करने वाले दलों को नगद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
लोक कला महोत्सव प्रथम स्थान हासिल करने वाले प्रतिभागी दल को एक लाख रुपए, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले को 75 हजार रुपए और तृतीय स्थान वाले दल को 50 हजार रुपए नगद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएग। इसके अलावा समारोह में शामिल सभी प्रतिभागी दलों को प्रोत्साहन राशि भी दिया जाएगा।
समारोह लोक कला महोत्सव का समापन और पुरस्कार वितरण दूसरे दिन 21 दिसम्बर को अपरान्ह तीन बजे उद्योग मंत्री श्री दयालदास बघेल के मुख्य आतिथ्य और श्री डोमनलाल कोर्सेवाड़ा, उपाध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जाति आयोग की अध्यक्षता में संपन्न होगा। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में संसदीय सचिव श्री महेश गागड़ा और राजमहंत श्री सत्यनारायण सोनवानी भी उपस्थित रहेंगे।
Subscribe to:
Comments (Atom)