रायपुर, 24 अक्टूबर 2009 छत्तीसगढ़ का परिवहन राजस्व लगातार बढ़ रहा है। चालू वित्तीय वर्ष 2009-10 के प्रथम छह महीनों में राज्य सरकार के परिवहन विभाग ने 156 करोड़ 15 लाख रूपए का राजस्व हासिल किया है, जो पिछले वित्तीय वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 11.24 प्रतिशत अधिक है। पिछले साल अप्रैल 2008 से सितम्बर 2008 तक विभाग ने 140 करोड़ 37 लाख रूपए का राजस्व अर्जित किया था। परिवहन विभाग ने पिछले माह सितम्बर में 22 करोड़ 87 लाख रूपए का राजस्व अर्जित किया है, जबकि पिछले साल इसी अवधि (माह सितम्बर 2008) में 19 करोड़ 49 लाख रूपए का राजस्व मिला था। यह जानकारी आज यहां परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव और आयुक्त परिवहन श्री एन.के.असवाल की अध्यक्षता में आयोजित विभागीय अधिकारियों की मासिक समीक्षा बैठक में दी गयी।
श्री असवाल ने इस उपलब्धि का उल्लेख करते हुए कहा कि अधिकारियों को राजस्व बढ़ाने के लिए और भी अधिक सजग, सतर्क और सक्रिय होकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने अधिकारियों को ओव्हर लोडिंग और अवैध परिवहन पर सख्ती से अंकुश लगाने के निर्देश दिए। श्री असवाल ने परिवहन अधिकारियों को यात्री बसों की बकाया सूची आगामी 15 नवम्बर तक अनिवार्य रूप से तैयार करने और मासिक परिवहन टैक्स के बकायेदार यात्री वाहन मालिकों के विरूध्द वसूली की कार्रवाई तत्काल सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। प्रमुख सचिव ने कहा कि किसी दूसरे के परमिट पर यात्री बसों के संचालन की जानकारी मिलने पर ऐसे बस मालिकों के विरूध्द कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। बैठक में निजी वाहन स्वामियों पर बकाया, टैक्स वसूली, ऑडिट कंडिकाओं तथा न्यायालयीन मामलों के निराकरण की स्थिति, निष्प्रयोग में रखे गये वाहनों की स्थिति, जमा परमिट, लम्बित शिकायतों और विभागीय जांच प्रकरणों की प्रगति सहित विभिन्न विषयों की समीक्षा की गयी। श्री असवाल ने कहा कि परिवहन कार्यालयों के कम्प्यूटरीकरण का कार्य भी जल्द पूर्ण कर लिया जाए। उन्होंने परिवहन जांच चौकियों के काम-काज की भी समीक्षा की।
No comments:
Post a Comment