Tuesday, December 29, 2015

कृषि मंत्री किसानों की पाठशाला में

राष्ट्रीय कृषि मेले के अंतिम दिन कल किसानों की पाठशाला उस समय और अधिक खास बन गयी जब कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल किसानों को खेती-किसानी का पाठ पढ़ाने किसानों के बीच पहुंच गए। श्री अग्रवाल ने पाठशाला में मौजूद किसानों से आत्मीयतापूर्वक चर्चा करते हुए उनकी विभिन्न समस्याएं सुनी और खेती-किसानी की जानकारी ली। कृषि मंत्री को अपने बीच पाकर किसानों ने उनसे सवाल पूछकर पाठशाला को सार्थक बनाया।

कृषि मंत्री श्री अग्रवाल ने किसानों को राज्य शासन की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए, उनसे योजनाओं का लाभ लेकर खेती-किसानी को फायदेमंद बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि समन्वित खेती से किसानों की माली हालत में सुधार हो सकती है। खेती-किसानी के साथ-साथ पशुपालन, मछलीपालन और उद्यानिकी की ओर भी किसानों को जागरूक होना पड़ेगा। उन्होंने खेती-किसानी में आधुनिक और उन्नत तकनीक का उपयोग करने पर भी जोर दिया और कहा कि छत्तीसगढ़ के अनेक प्रगतिशील किसानों ने राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनायी है। अन्य किसानों को भी ऐसे किसानों से सीख लेकर खेती करनी चाहिए।


उन्होंने कहा कि धान से धनवान बनने के लिए खेती से जुड़े छोटे-छोटे रोजगारमूलक काम-धंधों को भी अपनाना जरूरी है। श्री अग्रवाल ने कहा कि इस साल कम वर्षा के कारण प्रदेश के अनेक क्षेत्रों में खेती प्रभावित हुई है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने इस प्राकृतिक आपदा की घड़ी में किसानों के हित अनेक महत्वपूर्ण लिया है। जिला मुख्यालयों में किसानों के लिए किसान-मितान केन्द्र खोले गए हैं। किसानों को किसी भी प्रकार समस्या हो तो वे इन केन्द्रों जाकर विभागीय अधिकारियों को अवगत करा सकते हैं।

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